Pakistan ने Donald Trump को 2026 Nobel Peace पुरस्कार के लिए Nominate किया |

Pakistan ने Donald Trump को 2026 Nobel Peace पुरस्कार के लिए Nominate किया |

पाकिस्तान(Pakistan) का चौंकाने वाला कदम

पाकिस्तान (Pakistan) ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) के लिए नामित कर एक चौंकाने वाला राजनयिक फैसला लिया है। इस्लामाबाद (Islamabad) ने ट्रंप की “निर्णायक और महत्वपूर्ण” भूमिका की सराहना की, जिसने मई 2025 में भारत (India) और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र टकराव को शांत करने में मदद की। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सरकार ने ट्रंप की “रणनीतिक दूरदृष्टि और उत्कृष्ट राजनयिक कौशल” (statesmanship) की प्रशंसा की, जिसने एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष को रोका। सरकार ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) की 2025 भारत-पाकिस्तान संकट के दौरान नेतृत्व ने उनकी व्यावहारिक कूटनीति और प्रभावी शांति-निर्माण की विरासत को प्रदर्शित किया।

भारत-पाकिस्तान संकट में ट्रंप की भूमिका

यह नामांकन पाकिस्तानी (Pakistan) सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर (General Asim Munir) की वाशिंगटन (Washington) यात्रा के बाद सामने आया, जहां उन्होंने ट्रंप (Donald Trump) के साथ इस प्रस्ताव पर विचार किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कदम 7 से 10 मई 2025 के सशस्त्र टकराव के बाद हुआ, जो जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था। ट्रंप (Trump) ने इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुझे चार या पांच बार नोबेल पुरस्कार (Nobel Peace Prize) मिलना चाहिए था।” उन्होंने दावा किया कि उन्होंने दक्षिण एशिया (South Asia) और अफ्रीका (Africa) में शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

भारत की आपत्ति

भारत (India) ने ट्रंप (Trump) की मध्यस्थता (mediation) की भूमिका को खारिज कर दिया। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, मई 2025 का युद्धविराम (ceasefire) दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य संचार का परिणाम था, न कि किसी बाहरी हस्तक्षेप (intervention) का। नई दिल्ली (New Delhi) ने स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी।

ट्रंप (Trump)और नोबेल की चाह

ट्रंप (Trump) ने नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) को लेकर अपनी निराशा जाहिर की, यह कहते हुए कि “वे इसे सिर्फ लिबरल्स (liberals) को देते हैं।” उन्होंने दावा किया कि उनकी कूटनीति (diplomacy) ने भारत-पाकिस्तान संकट (India-Pakistan conflict) के अलावा रवांडा (Rwanda) और कांगो (Congo) जैसे क्षेत्रों में भी शांति (peace) स्थापित की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने रवांडा और कांगो के बीच एक शांति संधि (peace agreement) की भी घोषणा की।

FAQs: पाकिस्तान द्वारा डोनाल्ड ट्रंप को 2026 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किए जाने पर

1. पाकिस्तान ने डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए क्यों नामांकित किया है?
= पाकिस्तान का कहना है कि ट्रंप ने मई 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई थी।


2. ट्रंप को किस श्रेणी में नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है?
= उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) 2026 के लिए नामांकित किया गया है।


3. क्या भारत ने ट्रंप की भूमिका को स्वीकार किया?
= नहीं, भारत ने ट्रंप की मध्यस्थता को खारिज कर दिया और कहा कि युद्धविराम दोनों देशों के बीच सीधे सैन्य संवाद का नतीजा था।


4. पाकिस्तान ने यह नामांकन कब और किसके जरिए किया?
= यह नामांकन पाकिस्तान सरकार द्वारा जनरल आसिम मुनीर की वाशिंगटन यात्रा के बाद किया गया, जहां ट्रंप के साथ इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी।


5. ट्रंप ने इस नामांकन पर क्या प्रतिक्रिया दी?
= ट्रंप ने कहा कि उन्हें पहले ही “चार या पांच बार नोबेल पुरस्कार” मिलना चाहिए था और उन्होंने खुद को शांति स्थापित करने में अग्रणी बताया।


6. क्या ट्रंप ने अन्य क्षेत्रों में भी शांति स्थापना का दावा किया है?
= हाँ, ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने रवांडा (Rwanda) और कांगो (Congo) के बीच शांति समझौते में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


7. क्या यह कदम केवल कूटनीतिक संदेश है या इसमें गंभीरता है?
= विशेषज्ञ इसे एक राजनयिक रणनीति और ट्रंप के प्रति पाकिस्तान के झुकाव के रूप में देख रहे हैं, लेकिन नोबेल पुरस्कार मिलना नॉर्वेजियन समिति के फैसले पर निर्भर करता है।