IIT डायरेक्टर्स की सलाह: अब सिर्फ Computer Science, सोचें उसके आगे भी!

Prof V Kamakoti, Director, IIT Madras.(File photo | Express)

Prof V Kamakoti, Director, IIT Madras.(File photo | Express)

देश के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों के निदेशकों ने छात्रों और अभिभावकों को सिर्फ कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग तक सीमित सोच न रखने की सलाह दी है। IIT मद्रास में आयोजित एक पैनल चर्चा में पांच IITs के निदेशकों ने स्पष्ट कहा कि अब समय आ गया है जब छात्रों को अन्य कोर इंजीनियरिंग शाखाओं की ओर भी आकर्षित होना चाहिए।

इस चर्चा का आयोजन PanIIT Alumni Leadership Series (PALS) के तहत किया गया था, जिसका विषय था – ‘नव युग के लिए इंजीनियरिंग शिक्षा’।

IIT मद्रास के निदेशक वी. कामकोटी ने कहा कि देश को सिर्फ सॉफ्टवेयर इंजीनियर नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में ब्राइट माइंड्स की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि टॉप रैंक पाने वाले छात्रों को कंप्यूटर साइंस से इतर विषयों जैसे कि सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, केमिकल, बायो टेक्नोलॉजी जैसे फील्ड्स में भी दाखिला लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।

IIT तिरुपति के निदेशक के. एन. सत्यनारायण ने कहा कि देश को वर्तमान में कोर इंजीनियरिंग फील्ड्स में अधिक विशेषज्ञों की ज़रूरत है। “बैटरी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्र ‘सनराइज़ सेक्टर’ बन चुके हैं। केमिकल इंजीनियर, मटेरियल साइंटिस्ट और मैकेनिकल एक्सपर्ट्स की भारी मांग है,” उन्होंने कहा।

IIT भुवनेश्वर के निदेशक श्रीपद करमलकर ने बताया कि कई छात्र कंप्यूटर साइंस को सिर्फ इस कारण चुनते हैं क्योंकि एंट्री लेवल पर सैलरी अधिक मिलती है। लेकिन उन्होंने इसे ‘हर्ड मेंटालिटी’ (भीड़ की मानसिकता) बताया जिसे अब बदलने की ज़रूरत है।

IIT हैदराबाद के निदेशक बी. एस. मूर्ति ने युवाओं से अपील की कि वे अपने करियर विकल्प चुनते समय राष्ट्र को प्राथमिकता दें। वहीं, IIT धारवाड़ के निदेशक वेणुकप्पैया देसाई ने छात्रों से समाज को बेहतर बनाने के लिए अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।

पैनल में यह भी चर्चा हुई कि अब इंजीनियरिंग एजुकेशन को केवल तकनीकी ज्ञान तक सीमित नहीं रखा जा सकता। अब ज़रूरत है इंटरडिसिप्लिनरी एजुकेशन, AI जैसे इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज़, सस्टेनेबिलिटी, और इंडस्ट्री-अकैडेमिया सहयोग को शिक्षा का हिस्सा बनाने की।

आज के दौर में सिर्फ कंप्यूटर साइंस ही नहीं, इंजीनियरिंग के कई अन्य फील्ड्स भी तेज़ी से ग्रो कर रहे हैं। IIT के डायरेक्टर्स का यह संदेश छात्रों और अभिभावकों दोनों के लिए एक गंभीर सोचने का विषय है। अब समय है सोच को बदलने का – ताकि देश को सभी क्षेत्रों में कुशल और प्रतिभाशाली इंजीनियर मिल सकें।