इज़राइल में जारी युद्ध के बीच भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन सिंधु’ अब और तेज़ हो गया है। सोमवार, 23 जून 2025, को 443 भारतीय नागरिकों को इज़राइल की सीमाओं से जॉर्डन और मिस्र के रास्ते सुरक्षित बाहर निकाला गया।
इससे पहले रविवार, 22 जून, को 160 भारतीयों का पहला दल जॉर्डन के लिए रवाना हुआ था। अब दो और समूहों — एक में 175 और दूसरे में 268 लोग — को सुरक्षित निकाला गया है। इस तरह दो दिनों में कुल 603 भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई है।
कैसे हुआ यह समन्वय?
यह पूरा ऑपरेशन नई दिल्ली और इज़राइल, जॉर्डन और मिस्र में स्थित तीनों भारतीय दूतावासों के बीच अत्यधिक समन्वय और सूझबूझ का परिणाम है। युद्धग्रस्त क्षेत्र में लगातार सायरनों की आवाज़ और बंकरों में छिपने की मजबूरी झेल रहे भारतीयों के लिए यह एक बड़ी राहत है।
एक निकाले गए यात्री ने बताया कि पहला बैच रविवार को जॉर्डन पहुंचा और सोमवार दोपहर स्थानीय समयानुसार 2:15 बजे भारत रवाना हुआ।
भारत सरकार की प्राथमिकता:
भारत सरकार ने साफ किया है कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा और राहत उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारतीय दूतावास स्थानीय भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है और सभी संभव मदद प्रदान की जा रही है।
पंजीकरण और सहायता के लिए:
भारतीय नागरिक अभी भी भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर पंजीकरण कर सकते हैं:
indembassyisrael.gov.in/indian_national_reg
Helpline: +972 54-7520711, +972 54-3278392
Email: cons1.telaviv@mea.gov.in
ऑपरेशन सिंधु के तहत भारत सरकार युद्ध क्षेत्र से नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार सक्रिय है। दो दिनों में 600 से अधिक भारतीयों की सफल निकासी, सरकार की तत्परता और मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाती है।