Trump ने किया Iran-Isreal ceasefire का ऐलान

Bhiju Nath

ईरान और इज़राइल के बीच 11 दिन से जारी मिसाइल हमलों के बाद आखिरकार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच पूरी तरह से संघर्षविराम की घोषणा कर दी है।

 इससे पहले, अमेरिकी हमलों के जवाब में ईरान ने कतर स्थित अल-उदीद US एयरबेस पर मिसाइल दागे थे — लेकिन पहले से सूचना देकर, जिससे कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ

ईरान ने पहले ही बता दिया था

  • ईरान ने कतर और अमेरिका को हमले की जानकारी पहले ही दे दी थी, ताकि नागरिकों को समय पर सुरक्षा मिल सके।

  • ट्रंप ने खुद इस बात की पुष्टि की और कहा कि ईरान की प्रतिक्रिया ‘कमजोर और अपेक्षित’ थी।

 ट्रंप ने कहा, “शुक्रिया ईरान, जिससे कोई जान नहीं गई। अब शांति की ओर बढ़ सकते हैं।”

क्यों दी ईरान ने चेतावनी?

  • ईरान सीधी जंग नहीं चाहता, बल्कि वार्ता की गुंजाइश बनाए रखना चाहता है।

  • देश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है, इसलिए खुला युद्ध झेलना मुश्किल है।

  • कतर जैसे देश में हमला चुनना एक राजनयिक सोच-समझ के तहत उठाया गया कदम था।

इज़राइल की बड़ी जवाबी कार्रवाई

  • संघर्षविराम से ठीक पहले इज़राइल ने IRGC (ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड) के मुख्यालय पर बड़ा हमला किया।

  • ईरान की मिसाइलें अब भी इज़राइल तक पहुंच पा रही हैं, जो उसकी रणनीतिक जीत मानी जा रही है

बिना प्रॉक्सी के हमला क्यों?

  • ईरान ने इस बार अपने प्रॉक्सी समूहों जैसे हिज़्बुल्ला या हाश्द-अल-शाबी को सक्रिय नहीं किया।

  • यह दिखाता है कि ईरान पूरे हालात को नियंत्रित रूप से संभालना चाहता है — बिना युद्ध को बढ़ाए।

आगे क्या?

  • ट्रंप और अमेरिका फिलहाल मध्य पूर्व में और उलझना नहीं चाहते

  • ईरान और इज़राइल अब एक अस्थायी विराम में हैं, पर यह स्थायी शांति में बदलेगा या नहीं, यह देखना बाकी है।

ईरान और इज़राइल की यह टकराव की श्रृंखला शायद फिलहाल थम गई हो, लेकिन क्षेत्रीय तनाव, परमाणु हथियारों की दौड़ और राजनीतिक समीकरण आने वाले दिनों में और भी दिलचस्प मोड़ ले सकते हैं।