गुकेश ने तोड़ी मैग्नस की बादशाहत, कास्पारोव भी हैरान!

Dhritishmita Ray

गुकेश की जीत से हिली मैग्नस की बादशाहत, कास्पारोव बोले – अब सवाल उठेंगे!

पूर्व विश्व चैंपियन गैरी कास्पारोव ने मैग्नस कार्लसन की गुकेश के खिलाफ ‘बदले’ की मानसिकता की आलोचना की और ‘कंप्यूटर जैसी मजबूती’ दिखाने वाले गुकेश की तारीफ की।
18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने ग्रैंड चेस टूर(Grand Chess Tour), ज़ाग्रेब में विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन को हरा कर इतिहास रच दिया।

कैसे गुकेश ने तोड़ा मैग्नस का गुरूर

इस साल गुकेश ने नॉर्वे चेस में भी कार्लसन को क्लासिकल फॉर्मेट में हराया था।

कार्लसन ने टूर्नामेंट से पहले कहा था:
“गुकेश ने रैपिड और ब्लिट्ज में कुछ ऐसा नहीं किया जिससे लगे कि वह अच्छा कर पाएंगे।”

लेकिन गुकेश ने इस चुनौती का करारा जवाब दिया।

ऐसे आई धमाकेदार जीत

पहले राउंड में जान-क्रिज़्टॉफ डूडा से हारने के बाद गुकेश ने लगातार अलिरेजा फिरोजजा, आर प्रग्गनानंदा, नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव, फबियानो कारुआना और फिर खुद कार्लसन को हराया।
अब गुकेश ग्रैंड चेस टूर में 10 अंकों के साथ शीर्ष पर हैं।

कास्पारोव ने क्यों कहा – अब सवाल उठेंगे?

गैरी कास्पारोव ने कहा:

“अब मैग्नस की बादशाहत पर सवाल उठेंगे। यह गुकेश के खिलाफ उनकी दूसरी हार नहीं, बल्कि एक ठोस हार है। यह कोई चमत्कार नहीं, बल्कि असली लड़ाई थी जिसमें मैग्नस हार गए।”

कास्पारोव ने गुकेश की ‘कंप्यूटर जैसी एकाग्रता’ की भी तारीफ की।

“गुकेश ऐसा खिलाड़ी है जिसे हराने के लिए आपको कई बार जीतना पड़ेगा। मैग्नस बदला लेने की मानसिकता से आए थे, और यह अच्छी सोच नहीं है।”

दुनिया को दिया करारा जवाब

21 राउंड ब्लिट्ज अभी बाकी हैं, लेकिन गुकेश ने दुनिया को दिखा दिया कि वह सिर्फ क्लासिकल नहीं, बल्कि रैपिड फॉर्मेट में भी दिग्गजों को मात देने की क्षमता रखते हैं। अब गुकेश का नाम विश्व के एलीट खिलाड़ियों में मजबूती से शामिल हो गया है।