कोलकाता, 17 जून, 2025 – कोलकाता के व्यस्त खिदिरपुर बाजार में 16 जून, 2025 को एक विनाशकारी आग भड़क उठी, जिसने 1000 से अधिक दुकानों को राख में बदल दिया और अनगिनत परिवारों को तबाह कर दिया। यह आग, जो सुबह के शुरुआती घंटों में शुरू हुई, तेजी से पूरे बाजार में फैल गई, जिसमें चावल के गोदाम और कई छोटे व्यवसाय शामिल थे, जिससे तबाही और निराशा का मंजर छा गया।
आग और उसका मुकाबला
20 से अधिक दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए तैनात किया गया, लेकिन उनके प्रयासों के बावजूद नुकसान व्यापक रहा। बाजार की संकरी गलियां और चावल जैसी अत्यधिक ज्वलनशील सामग्रियों की मौजूदगी ने दमकलकर्मियों के लिए आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल कर दिया। जब तक आग पर नियंत्रण पाया गया, तब तक बाजार पूरी तरह से खंडहर में बदल चुका था, जहां कभी एक समृद्ध वाणिज्यिक केंद्र हुआ करता था।

स्थानीय लोगों पर प्रभाव
स्थानीय लोग असहाय होकर अपनी आजीविका को राख में बदलते देखते रहे। कई दुकानदार, जिन्होंने अपनी जिंदगी की सारी पूंजी अपने व्यवसाय में लगाई थी, आंसुओं में डूबे थे और उन्होंने इस विनाश के लिए दमकल सेवाओं की देरी को जिम्मेदार ठहराया। “मैं 20 साल से यह दुकान चला रहा था। मेरा सब कुछ खत्म हो गया। अब मैं अपने परिवार का पेट कैसे पालूंगा?” राम प्रसाद, जो वर्षों से चावल का व्यापार कर रहे थे, ने टूटे दिल से कहा कि उनका गोदाम अब सिर्फ राख बन चुका है।

मंत्री का दौरा और वादे
पश्चिम बंगाल के अग्निशमन और आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बसु ने उस दिन बाद में घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। “हम आग के कारण की गहन जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान की जाएगी,” मंत्री बसु ने कहा। हालांकि, उनके शब्दों ने पीड़ितों को कम ही सांत्वना दी, जो जवाबदेही की मांग कर रहे थे और सवाल उठा रहे थे कि क्या बेहतर तैयारी से इस त्रासदी को टाला जा सकता था।

खिदिरपुर बाजार की पृष्ठभूमि
खिदिरपुर बाजार कोलकाता के सबसे पुराने और सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक है, जो कई छोटे व्यापारियों के लिए आजीविका का आधार और शहर के निवासियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति का केंद्र है। इस बाजार का विनाश समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह न केवल दुकानदारों को प्रभावित करता है, बल्कि शहर की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को भी बाधित करता है।
आग सुरक्षा चिंताएं
कोलकाता के बाजारों में आग से जुड़ी घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं; हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिससे बार-बार यह सवाल उठता है कि अग्नि सुरक्षा को लेकर बुनियादी ढांचे में अब भी गंभीर खामियां हैं।, संकरी गलियां, और सुरक्षा नियमों का ढीला प्रवर्तन ऐसी आपदाओं में योगदान देता है। खिदिरपुर बाजार की आग ने एक बार फिर भीड़भाड़ वाले वाणिज्यिक क्षेत्रों में सख्त अग्नि सुरक्षा उपायों और बेहतर शहरी नियोजन की तत्काल आवश्यकता को उजागर किया है।
जमीनी हकीकत की आवाजें
“संकरी गलियां और दुकानों में जमा अत्यधिक ज्वलनशील सामग्रियों ने आग को नियंत्रित करना बेहद चुनौतीपूर्ण बना दिया,” बचाव अभियान का हिस्सा रहे एक दमकलकर्मी ने कहा। एक अन्य दुकानदार, जो गुमनाम रहना चाहता था, ने कहा, “हम सालों से अग्नि सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे थे, लेकिन किसी ने नहीं सुना। आज हम इसकी कीमत चुका रहे हैं।”
निष्कर्ष
2025 में एक के बाद एक त्रासदियों के बीच, खिदिरपुर बाजार में हुई विनाशकारी आग एक कड़ा संदेश देती है: हमें त्वरित कार्रवाई, बेहतर तैयारी, और उन लोगों के लिए मजबूत समर्थन की आवश्यकता है जो एक पल में सब कुछ खो देते हैं। यह घटना हमारी शहरी बुनियादी ढांचे की कमजोरियों और बेहतर अग्नि सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता की याद दिलाती है। कोलकाता अब न केवल एक बाजार, बल्कि उस पर निर्भर हजारों लोगों के जीवन के पुनर्निर्माण की कठिन चुनौती का सामना कर रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. खिदिरपुर बाजार में आग कब लगी थी?
खिदिरपुर बाजार में आग 16 जून, 2025 को सुबह के शुरुआती घंटों में लगी थी।
2. कितनी दुकानों को नुकसान हुआ?
इस हादसे में 1000 से अधिक दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं।
3. आग बुझाने में कितनी दमकल गाड़ियाँ लगी थीं?
20 से अधिक दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए लगाया गया था।
4. आग लगने का कारण क्या था?
आग लगने का सटीक कारण अभी जांच के अधीन है, लेकिन चावल के गोदाम और ज्वलनशील सामग्रियाँ इसकी तीव्रता का एक कारण थीं।
5. क्या सरकार ने कोई सहायता का वादा किया है?
हां, पश्चिम बंगाल के अग्निशमन मंत्री सुजीत बसु ने प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत और मदद का आश्वासन दिया है।
6. क्या यह पहली बार है जब कोलकाता के बाजार में आग लगी है?
नहीं, कोलकाता के बाजारों में इससे पहले भी अग्निकांड की घटनाएं हो चुकी हैं, और अग्नि सुरक्षा को लेकर पहले भी चिंताएं जताई गई हैं।
7. क्या बाजार दोबारा शुरू होगा?
इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की आवश्यकता स्पष्ट है।
8. क्या किसी की जान गई है?
अब तक किसी के मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन नुकसान आर्थिक और मानसिक रूप से बेहद भारी है।