Dalai Lama बोले – मेरी मृत्यु के बाद भी जारी रहेगा पुनर्जन्म, China ने जताई आपत्ति

Bhiju Nath

90वें जन्मदिन से पहले बड़ी घोषणा

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने बुधवार को स्पष्ट रूप से ऐलान किया कि उनकी मृत्यु के बाद भी दलाई लामा की परंपरा जारी रहेगी। यह घोषणा उनके 90वें जन्मदिन (6 जुलाई) से ठीक पहले आई है, जिससे वर्षों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। अपने बयान में उन्होंने कहा, “सभी अनुरोधों को ध्यान में रखते हुए, मैं पुष्टि करता हूं कि दलाई लामा की संस्था आगे भी जारी रहेगी।

गैडन फोड्रंग ट्रस्ट को मान्यता का पूरा अधिकार

दलाई लामा ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके पुनर्जन्म को मान्यता देने का एकमात्र अधिकार Gaden Phodrang Trust के पास है। उन्होंने कहा, “इस मामले में किसी अन्य को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।” यह बयान उन प्रयासों के जवाब में भी माना जा रहा है, जिसमें चीन बार-बार दावा करता रहा है कि अगला दलाई लामा उसकी मंजूरी से ही मान्य होगा।

चीन ने जताई आपत्ति

दलाई लामा के इस बयान के तुरंत बाद चीन ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि अगला दलाई लामा चुनने में उसकी भूमिका अनिवार्य है। बीजिंग का यह पुराना रुख है कि धार्मिक उत्तराधिकारी उसके राजनीतिक नियंत्रण में हों। हालांकि, तिब्बती समुदाय और अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संगठनों ने चीन की इस दखलअंदाजी को सिरे से नकारा है।

सांस्कृतिक परंपरा और आस्था की रक्षा

600 वर्षों से चली आ रही दलाई लामा की संस्था न केवल तिब्बतियों के लिए, बल्कि वैश्विक बौद्ध अनुयायियों के लिए भी गहन आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह घोषणा उस परंपरा की रक्षा के रूप में देखी जा रही है, जिसे तिब्बत में चीनी दखल से खतरा महसूस होता रहा है।