Tibet मामले में दखल न दे India: China की सख्त चेतावनी

Bhiju Nath

बीजिंग ने दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर जताया दावा

चीन ने भारत को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि वह तिब्बत से जुड़े मुद्दों में हस्तक्षेप न करे। बीजिंग का कहना है कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी को चुनने का अधिकार चीन के पास है और यह अधिकार उसे ‘साम्राज्यकालीन परंपरा’ से प्राप्त हुआ है। चीन के विदेश मंत्रालय ने 4 जुलाई को बयान जारी करते हुए कहा कि भारत को तिब्बती मामलों का उपयोग कर घरेलू मामलों में दखल से बचना चाहिए, ताकि दोनों देशों के रिश्तों पर बुरा असर न पड़े।

भारत ने जताई आपत्ति, दलाई लामा की संस्था को बताया एकमात्र अधिकारी

इस बयान से ठीक एक दिन पहले, भारत के एक वरिष्ठ मंत्री ने 3 जुलाई को कहा कि केवल दलाई लामा स्वयं और उनकी स्थापित संस्था को ही यह अधिकार है कि वे अपने उत्तराधिकारी की पहचान करें। यह बयान चीन की लंबे समय से चली आ रही उस स्थिति के खिलाफ है, जिसमें वह दलाई लामा के उत्तराधिकारी पर नियंत्रण की बात करता रहा है।

तिब्बत फिर बना विवाद का केंद्र, रिश्तों में बढ़ सकती है खटास

भारत और चीन के बीच पहले से ही सीमाई मुद्दों और भू-राजनीतिक तनाव को लेकर खींचतान चल रही है। अब तिब्बत को लेकर बयानबाज़ी से यह टकराव और गहरा सकता है। चीन की सख्त भाषा और भारत की स्पष्ट प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में दोनों देशों के संबंध और अधिक जटिल हो सकते हैं।