Pakistan ने Indian planes के लिए एयरस्पेस बंदी को 24 July तक बढ़ाया, 800 से ज्यादा उड़ानों पर असर

पाहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़ते कूटनीतिक रिश्तों के बीच पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय विमानों और एयरलाइनों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। अब पाकिस्तान ने इस प्रतिबंध को 24 जुलाई सुबह 5:29 बजे (भारत समय) तक बढ़ा दिया है। यह जानकारी पाकिस्तान के विमानन अधिकारियों द्वारा जारी किए गए ताज़ा NOTAM (Notice to Airmen) से सामने आई है।

क्या है मामला?

  • 24 अप्रैल को पाकिस्तान ने भारतीय उड़ानों के लिए एयरस्पेस बंद किया।

  • 30 अप्रैल को भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद किया।

  • 23 मई को दोनों देशों ने इस बंदी को 24 जून तक बढ़ाया था।

  • अब पाकिस्तान ने इसे एक और महीने के लिए बढ़ा दिया है — 24 जुलाई तक।

भारतीय एयरलाइनों पर प्रभाव:

 लगभग 800 उड़ानें हर सप्ताह इस प्रतिबंध से प्रभावित हो रही हैं।
 इन उड़ानों को अब लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है, जिससे

  • उड़ान का समय बढ़ रहा है

  • ईंधन की खपत बढ़ रही है

  • क्रू और फ्लाइट शेड्यूलिंग जटिल हो रही है
     इससे एयरलाइनों के ऑपरेशनल खर्च में भारी इज़ाफा हो रहा है।

सबसे अधिक प्रभावित दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जहाँ से हर हफ्ते लगभग 640 उड़ानें पश्चिम की ओर जाती थीं जो पाकिस्तान के ऊपर से होकर गुजरती थीं।

कौन-कौन सी एयरलाइंस प्रभावित हैं?

  • Air India: यूरोप, यूके, अमेरिका और वेस्ट एशिया के लिए लंबी उड़ानें

  • IndiGo: वेस्ट एशिया, तुर्की, काकेशस, सेंट्रल एशिया — अलमाटी और ताशकंद जैसे शहरों के लिए उड़ानें स्थगित

  • Air India Express, Akasa Air, SpiceJet: वेस्ट एशिया के लिए फ्लाइट्स

कुछ अल्ट्रा-लॉन्ग-हॉल उड़ानें जैसे कि नॉर्थ अमेरिका की फ्लाइट्स को अब Copenhagen, Vienna जैसे यूरोपीय शहरों में रिफ्यूलिंग और क्रू चेंज के लिए रुकना पड़ रहा है।

आर्थिक नुकसान का अनुमान:

  • 2019 में ऐसी ही एयरस्पेस बंदी के दौरान भारतीय एयरलाइनों को ₹700 करोड़ का नुकसान हुआ था।

  • मौजूदा स्थिति में, Air India ने अनुमान जताया है कि यह बंदी सालाना $600 मिलियन (लगभग ₹5,000 करोड़) तक का नुकसान पहुँचा सकती है।

पाकिस्तान पर असर?

पाकिस्तान की एयरलाइनों पर इसका प्रभाव नगण्य है क्योंकि

  • PIA (Pakistan International Airlines) की इंटरनेशनल मौजूदगी सीमित है

  • केवल मलेशिया (कुआलालंपुर) के लिए ही उड़ानें भारत के ऊपर से जाती थीं

भारत-पाकिस्तान के बीच एयरस्पेस बंदी से भारत की उभरती एविएशन इंडस्ट्री पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। जब तक यह स्थिति बनी रहती है, तब तक यात्रियों को लंबी यात्रा और एयरलाइनों को ज्यादा खर्च झेलना पड़ेगा।