PM Modhi की 5 counrty की यात्रा शुरू,Global South से Atlamtic तक फोकस

Bhiju Nath

8 दिन, 5 देश, ऐतिहासिक कूटनीतिक दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन क्षेत्र के पांच देशों के आठ दिवसीय दौरे की शुरुआत की। यह यात्रा भारत के लिए कूटनीतिक दृष्टि से बेहद अहम मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य ग्लोबल साउथ के साथ संबंधों को मज़बूत करना, बहुपक्षीय मंचों पर भारत की उपस्थिति बढ़ाना और अटलांटिक के दोनों ओर सहयोग को प्रगाढ़ करना है।

घाना: ऐतिहासिक संबंधों की नई दिशा

दौरे की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी 2-3 जुलाई को घाना से करेंगे, जहां वे राष्ट्रपति जॉन ड्रमानी महामा के आमंत्रण पर जाएंगे और घाना की संसद को संबोधित करेंगे। इस दौरान निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और विकास साझेदारी जैसे क्षेत्रों में सहयोग की नई संभावनाएं तलाशी जाएंगी।

त्रिनिदाद और टोबैगो: सांस्कृतिक विरासत से जुड़ाव

3-4 जुलाई को प्रधानमंत्री त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचेंगे। इस देश से भारत के गहरे सांस्कृतिक और पूर्वजों से जुड़े रिश्ते हैं। पीएम मोदी राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कांगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से मुलाकात कर द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाएंगे।

अर्जेंटीना: 57 साल बाद भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा

इसके बाद 57 वर्षों में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अर्जेंटीना यात्रा होगी। ब्यूनस आयर्स में पीएम मोदी राष्ट्रपति जेवियर माइली से कृषि, व्यापार, प्रौद्योगिकी और खनिज संसाधनों पर साझेदारी को लेकर चर्चा करेंगे।

ब्राज़ील: BRICS शिखर सम्मेलन का केंद्रबिंदु

6-7 जुलाई को पीएम मोदी ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में होने वाले BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ ब्रासीलिया में द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। यह हिस्सा ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के लिहाज़ से बेहद अहम है।

नामीबिया: साझा इतिहास, साझा भविष्य

यात्रा का अंतिम चरण नामीबिया में होगा, जहां प्रधानमंत्री राष्ट्रपति नेटुम्बो नांदी-नडाईत्वाह से मुलाकात करेंगे और नामीबियाई संसद को भी संबोधित करेंगे। यह दौरा भारत और नामीबिया के उपनिवेश-विरोधी साझा इतिहास को सम्मान देने और क्षेत्रीय सहयोग को मज़बूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।