Sitaare Zameen Par की कास्टिंग डायरेक्टर Tess Joseph ने बताया कि Aamir Khan ने कभी खुद को थोपने की कोशिश नहीं की, बल्कि पूरी कास्टिंग प्रक्रिया में सम्मान और धैर्य के साथ जुड़े रहे। उन्होंने कहा, “यह दुर्लभ है कि उनके कद का कोई व्यक्ति इतनी सहजता से कहे, ‘Authentically cast करो, मैं यहां हूं।’”
Taare Zameen Par से Sitaare Zameen Par तक का सफर
Tess ने साझा किया कि Taare Zameen Par ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से छुआ क्योंकि वह भी हल्की Dyslexia से जुड़ी रही हैं। उन्हें नहीं पता था कि वर्षों बाद वह इसके स्पिरिचुअल सीक्वल Sitaare Zameen Par में Neurodivergent एक्टर्स को कास्ट करेंगी।
Neurodivergent एक्टर्स की कास्टिंग का प्रोसेस
Tess ने बताया कि उन्होंने देशभर से Neurodivergent युवाओं के लिए ओपन कॉल निकाली। सैकड़ों ऑडिशन टेप आए, जिनमें एक्टिंग, डांस और माइम परफॉर्मेंस शामिल थीं। उन्होंने कहा, “हम किरदार नहीं, असली पर्सनैलिटी देख रहे थे। बच्चों की phrases और presence ने फिल्म में असलीपन लाया।”
Aamir Khan का योगदान
Aamir ने वर्कशॉप्स अटेंड की, ऑडिशन टेप्स देखीं और फीडबैक दिया। Tess कहती हैं, “वह बच्चों के साथ सहज हैं, सुनते ज्यादा हैं, और जल्दबाजी नहीं करते। उनकी फिल्मों में बच्चे सेकंडरी नहीं, बल्कि फिल्म की आत्मा होते हैं।”
क्या यह बदलाव लाएगा?
Tess को उम्मीद है कि Sitaare Zameen Par की सफलता से Neurodivergent एक्टर्स के लिए हिंदी सिनेमा में नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा, “Representation checklist नहीं, जिम्मेदारी होनी चाहिए। उम्मीद के साथ हमें habit भी बनानी होगी।”



